सूरजमुखी का फ़ूल हमेशा सूर्य के दिशा परिवर्तन के साथ कैसे घूमता है?

 

सूरजमुखी का फूल सूर्य के साथ कैसे घूमता है


हम सबको हमेशा आश्चर्य होता है की सूर्य मुखी का पौधा हमेशा सूर्य की तरफ मुंह क्यू रखता है। यह पेड़ ऐसा कैसे कर लेता है तो आइए जानते हैं इसके पीछे का साइंस।
 
एक शोध पत्र विश्व प्रसिद्ध साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ था जिसमे बहुत ही अच्छी तरह समझाया गया था की यह किस विज्ञान पर काम करता है और सूर्यमुखी का पौधा ऐसा व्यवहार क्यों करता है।
 

सूर्यमुखी का फूल हमेशा सूर्य की दिशा के साथ कैसे घूमता है

 
सुबह के वक्त इस पौधे का चेहरा पूर्व की तरफ़ होता है और जैसे जैसे सूर्य घूमता जाता है सूर्यमुखी भी अपना चेहरा सूर्य की तरफ घुमाता जाता है। रात्रि के समय इसका चेहरा फिर वापस पूर्व की तरफ आ जाता है। 
 
लेकिन आपको शायद ये नहीं पता होगा की सिर्फ नए फूल ही इस नियम का अनुसरण करते हैं। पुराने फूल जिनमे बीज स्थापित हो जाता है वो अपना चेहरा हमेशा के लिए पूर्व में कर लेते हैं। इसका मुख्य कारण यह है की पूर्व की तरफ हमेशा मुंह रहने पर जीवों और परागकण के बीच होने वाले चक्र में लाभ मिले।
 
नए फूल Heliotropism को अपनाते हैं। जिसमें फूल सुबह से शाम तक सूरज का अनुसरण करते हैं और रात में वापस अपनी मूल स्थिति में वापस आ जाते हैं। फूलों की यह गति मोटर कोशिकाओं द्वारा होती हैं। 
 
यह कोशिकाएं कली के ठीक नीचे तने में एक जगह होती हैं। जैसे ही इसकी कोपल अवस्था खत्म होती है इसका तना सख्त हो जाता है और मोटर कोशिकाएं ढंग से काम करना बंद कर देती हैं। 
 
यही कारण है की वयस्क फूल अथवा जिन फूलों में बीज आ जाते हैं वो फूल सूर्य के साथ घूमना बंद कर देते हैं।
वयस्क फूल अपनी हेलियोट्रॉपिक क्षमता खो देते हैं। इनका तना स्थिर हो जाता है। 
 
हालंकि जंगली सूरजमुखी इस नियम को फॉलो नही करता और वो किसी भी दिशा में मुड़ सकता है।

वैज्ञानिकों का प्रयोग


वैज्ञानिकों ने इसको परखने के लिए गमलों में सूर्यमुखी के फूल लगाए। आधे गमलों को प्राकृतिक रोशनी अर्थात सूर्य की रोशनी में रखा गया और आधे को कृत्रिम रोशनी में रखा गया। 
 
वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन पौधों को सूर्य की रोशनी में रखा गया वो फूल दोपहर की तुलना में सुबह पड़ने वाले प्रकाश को लेकर ज्यादा संवेदनशील होते हैं। 
 
साथ ही वो फूल जिनकी दिशा पूर्व की ओर थी वो जायदा गर्म थे और बहुत ही अच्छी तरह कीटों को परागकण प्रक्रिया के लिए आकर्षित कर रहे थे जो की बहुत ही अच्छा था।

हार्मोन थ्योरी


सूरजमुखी के पौधे में ऑक्सिन नामक हार्मोन होता है और यह सूर्य की रोशनी के प्रति बहुत ही सेंसेटिव होता है। पौधे में यह तने के पास होता है और जैसे ही सूर्य की रोशनी इसपर पड़ती है यह उस दिशा के विपरीत छाया की तरफ जाता है जिसके कारण फूल का मुख सूर्य की तरफ घुमा करता है। वयस्क फूल में यह हार्मोन धीरे धीरे कम हो जाता है।
 
 
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