आज हम जानेंगे की ऑटोक्लेव क्या है (What is Autoclave in Hindi) और ऑटोक्लेव का क्या उपयोग है?
आटोक्लेव एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग उच्च दाब और भाप के द्वारा वस्तुओं का स्टरलाइजेशन के लिए किया जाता है।
आटोक्लेव के द्वारा किसी भी वस्तु या उपकरण को बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और अन्य अशुद्धियों से बचाया जाता है।
आटोक्लेव का अविष्कार सन् 1879 में चार्ल्स चेंबरलैंड ने किया था।ऑटोक्लेव एक कुकर जैसी दिखने वाली मशीन होती है।
ऑटो क्लेव को स्टीम स्टरलाइजर भी कहा जाता है। यह आकार में कुकर जितने छोटे भी होते हैं और फैक्ट्री में इस्तेमाल किये जाने वाले आटोक्लेव एक कमरे के जितने बड़े भी बनाए जाते हैं।
आटोक्लेव का उपयोग – Uses of Autoclave in Hindi
ऑटोक्लेव भाप और गर्मी के सिद्धांत पर कार्य करता है। ऑटोक्लेव में हम दबाव को नियंत्रित यानी की कम या ज्यादा कर सकते हैं।
पानी सामान्य तौर पर 100°C पर उबलता है लेकिन ऑटोक्लेव में अधिक दबाव के कारण यह 121°C पर उबलता है।
ऑटोक्लव के अंदर 20 मिनिट्स तक 121°C तक का तापमान रहता है। जिसकी वजह से सारे बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और अन्य संक्रमण करने वाले पदार्थ नष्ट हो जाते हैं।
ऑटोक्लेव में पानी डालकर फिर जिस वस्तु का स्टरलाइजेशन किया जाना है उसे एक पात्र में रखकर डाल देते हैं।
फिर ढक्कन को बंद करके इसका दाब 15-lbs पर सेट कर दिया जाता है।
जैसे ही दाब 15-lbs पहुंचता है सीटी बजने लगती है और फिर दाब कम होने लगता है।
इसलिए पहली सीटी बजते ही इसको इसी दाब पर स्थिर कर लिया जाता है और इसको 15 से 20 मिनिट्स तक ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। इसके बाद इसको ऑफ कर दिया जाता है।
ऑटोक्लेव कई प्रकार के होते हैं और इनका सबसे अधिक उपयोग मेडिकल फिल्ड में इंस्ट्रूमेंट को स्टरलाइज करने में, जैविक कचरे को स्टरलाइज करने में और इंडस्ट्रियल कामों में किया जाता है।
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