जो लोग अपने घरों में कुत्ते को पालते हैं वो अपने कुत्ते का बहुत खयाल रखते हैं।
उनके खाने पीने से लेकर उनकी साफ सफाई तक, लेकिन कई बार अनजाने में कुत्ता ऐसा कुछ खा लेता है की वो बीमार पड़ जाता है।
आज हम आपको कुत्ते में होने वाली एक ऐसी ही बीमारी के बारे में बताएंगे। क्योंकि अगर वो बीमारी एक बार हो गई तो आपके कुत्ते का बचना मुश्किल है। आईए जानते हैं क्या है वो बीमारी
बोटुलिज्म बैक्टीरिया से होने वाली एक बीमारी है जो क्लोस्ट्रीडायम बोटुलिनम (Clostridium Botulinum) बैक्टीरिया द्वारा फैलती है।
यह बैक्टीरिया कच्चे शहद और सड़े हुए मीट में पाया जाता है। जब भी कुत्ता कच्चा शहद या सड़ा हुआ मीट खाता है तो यह बैक्टीरिया कुत्ते की आंत द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है।
फिर यह बैक्टीरिया कुत्ते की तंत्रिका तंत्र को निष्क्रिय कर देता है। जिसके कारण कुत्ते को लकवा मार जाता है।
वह चलने फिरने और खाने में असमर्थ हो जाता है और कुछ दिनों में उल्टी और दस्त होने शुरु हो जाते हैं और फिर कुत्ते की मौत हो जाती है।
तो क्या कुत्ते को शहद नहीं देना चाहिए
बोटुलिजम के बैक्टीरिया कच्चे यानि की शुद्ध शहद में होते हैं जो सीधे मधुमक्खी के छत्ते से निकाला जाता है।
बाजार में बिकने वाला शहद पूरी तरह शुद्ध नहीं होता उसे साफ करके तब बाजार में बेचा जाता है।
जिसके कारण वह कुत्तों पर असर नहीं करता लेकिन अगर कुत्ता एक साल से कम का है तो उसे बोटुलिज होने की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है क्योंकि उसका इम्यून सिस्टम कमजोर और अल्प विकसित होता है।
बोटुलिज्म से मरने वाले अधिकतर कुत्ते एक साल के अंदर के ही होते हैं। एक साल से ऊपर के कुत्ते को बोटुलिज्म होने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम तब तक डेवलप हो चुका होता है।
अगर कुत्ता कमजोर है तो उसे कच्चा शहद ना दें यह उसको नुकसान पहुंचा सकता है।
क्या यह बैक्टीरिया मनुष्य को भी प्रभावित करता है
बोटुलिज्म मनुष्य को ज्यादा प्रभावित नहीं करता क्युकी हमारा इम्यून सिस्टम इसको रोक देता है फिर भी WHO की रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में साल भर में 100 के करीब लोग इससे मर जाते हैं उसमें ज्यादातर बच्चे होते हैं।
हालांकि मनुष्यों में इसका होने का कारण शहद नहीं बल्कि मांस का सेवन होता है। यह इतना खतरनाक होता है की इसकी 1 ग्राम की मात्रा 10,000,000 लोगों को मार सकती है।
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बहुत बढ़िया जानकारी
अति उत्तम, जानकारी ही बचाव है।
अपने कुत्ते का हमेशा ध्यान रखें।
विश्व में सिर्फ एक ही जीव है जो कुत्ते को हानि पहुंचा सकता है और खून भी पी जाता है। आप जान ही गए होगे। ( धर्मेन्द्र पा जी)