Papita Ki Kheti Kaise Karen – पपीता पूरे भारत में पसंद किया जानें वाला फल है, यह हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
पपीता कच्चा और पक्का दोनों खाया जाता है। पपीते की खेती लगभग पूरे भारत में की जाती है और पपीते की खेती किसी भी समय की जा सकती है।
पपीते की खेती करके लोग बहुत ही कम लागत पर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं।
आईए जानते है पपीते की खेती कैसे करें और पपीते की खेती में कितना मुनाफा कमा सकते हैं।
पपीते की खेती आप साल के किसी भी दिन शुरू कर सकते हैं लेकिन इसके लिए फरवरी और अक्टूबर सबसे उपयुक्त समय माना जाता है।
पपीते की खेती के लिए मिट्टी
पपीते की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। पपीते की खेती के लिए मिट्टी का पीएच 5.5 से 6.5 के बीच होना चाहिए।
जिस स्थान पर अधिक पानी रुकता हो उस मिट्टी में पपीते की खेती नहीं करनी चाहिए।
पपीते की खेती के लिए जलवायु
पपीते की खेती के लिए तापमान 5°C से 40°C उपयुक्त रहता है। अधिक ठंड और लू पपीते के लिए नुकसानदायक होती है।
पपीते की उन्नत किस्म
पपीते की खेती के लिए बहुत सी हाइब्रिड किस्में उपलब्ध हैं जिसमे कुछ किस्मों की खेती अत्यधिक की जाती है
जैसे रेड लेडी, ताइवान, हनी ड्यू, कुर्ग हनी ड्यू, वॉशिंगटन, कोयंबटूर, पंजाब स्वीट, पूसा डिलीशियस, पूसा ज्वाइंट्स, पूसा ड्वार्फ, सूर्या, पंत पपीता ईत्यादि।
पपीते की बुवाई
पपीते की खेती के लिए तैयार पेड़ नर्सरी से मिल जाते हैं और यदि आप चाहें तो उन्नत किस्म का बीज खरीदकर उससे भी पपीते के पेड़ तैयार कर सकते हैं। एक हेक्टेयर में 500 ग्राम बीज लगते हैं।
बीज को बोने से पहले बीज को 3 ग्राम केप्टान में उपचारित कर लेना चाहिए ताकी बीज को कीड़े ना खाएं।
उसके बाद क्यारी बना कर या गमले में बीज को बोना चाहिए। जिस मिट्टी में बीज को बो रहें हों उस मिट्टी में सड़े हुए गोबर की खाद डाल देना चाहिए और उसमें से कंकड़ और खर पतवार निकाल देना चाहिए।
बीज ऐसी जगह पर हो जहां धूप पर्याप्त मात्रा में आए। बीज बोने के 20 दिन के अंदर पेड़ निकलना शुरू हो जाते हैं। जब इन पेड़ों में 5 या 6 पत्तियां निकल आएं तो उन्हें खेत में लगा देना चाहिए।
पपीते के पेड़ को खेत में 2 मीटर की दूरी पर लगाने चाहिए। जिस गड्ढे में पपीते का पेड़ लगाएं उसमें प्रत्येक गड्ढे में 10 किलो सड़ी गोबर की खाद, 500 ग्राम जिप्सम और 50 ग्राम क्यूनालफास 1.5% डाल देना चाहिए।
पौधे लगाने के तुरंत बाद पानी जरूर डालें। गर्मियों में पानी हर 7 दिन बाद डालें और सर्दियों में पानी 12 दिन के अंतराल पर डालें।
पपीते से कमाई
पेड़ लगाने के लगभग साल भर में पपीते से फल निकलने लगते हैं। एक स्वस्थ पेड़ एक सीजन में लगभग 70 किलो पपीता देता है।
एक हेक्टेयर में करीब 2300 पेड़ लग सकते हैं अगर आप 2300 पेड़ के हिसाब से उत्पादन देखें तो एक हेक्टेयर में 1600 कुंतल पपीता पैदा कर सकते हैं।
आजकल एक कुंतल पपीते का मंडी रेट 1500 रुपए है। अगर आप इसे आपकी कुल उत्पादन से गुणा करेंगे तो कुल मूल्य होगा 1500*1600= 24,00,000
इसमें से आप अपनी कुल लागत निकाल दें जो की होगी करीब 2,00,000 लाख रुपए तो आपका शुद्ध मुनाफा होगा करीब 22,00,000 रुपए प्रति हेक्टेयर।
ध्यान रखने योग्य बातें
पपीते के पेड़ दो तरह के होते हैं एक नर और एक मादा, तो आपको फूल निकलते समय नर पौधों का ध्यान रखना होता है क्योंकि उसमें फूल तो आते हैं मगर फल नहीं आते।
नर फूल छोटे छोटे गुच्छों में और लंबे डंठल में होते हैं जबकि मादा पेड़ के फूल पीले रंग के और तनों के पास होते हैं।
100 मादा पेड़ों के बीच 10 नर पेड़ ही रखने चाहिए और बाकी के नर पपीते के पेड़ उखाड़ देने चाहिए।
कीड़ों से बचाव
पपीते में कीड़े बहुत कम लगते हैं और इनके अधिकतर माहू लगते हैं जो पत्तियों को खराब करता है। इसको रोकने के लिए डाईमैथोइट 2 मिलीलीटर प्रति लीटर में घोल कर छिड़काव करना चाहिए।
पपीते की खेती की अधिक जानकारी के लिए आप अपने पास के कृषि केंद्र या कृषि विश्वविद्यालय जा सकते हैं। इन केंद्रों पर आपको निशुल्क जानकारी दी जाती है।
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