भारत में प्राचीन काल में स्त्रियों का बहुत सम्मान होता था। स्त्रियों को देवी तुल्य माना जाता था और उनकी पूजा की जाती थी। सभी धार्मिक और मांगलिक कार्य बिना महिलाओं के अपूर्ण रहते थे।
घर के सारे निर्णय बिना महिलाओं की सहमति के नहीं होते थे। लेकिन जैसे जैसे भारत में अरबों और मुगलों का आक्रमण हुआ भारत में महिलाओं की स्तिथि खराब होने लगी।
मुस्लिम आक्रमणकारी महिलाओं के साथ बहुत ही बर्बर ववयहार करते थे। जिसके कारण धीरे धीरे महिलाओं पर पाबंदियां लगाई जाने लगीं और मुगल काल तो महिलाओं के लिए जैसे नर्क ही था।
भारत की आजादी के बाद धीरे धीरे करके महिलाओं को आजादी मिलना शुरू हुई और आज के समय में महिलाएं पुरूषों से भी अच्छा योगदान समाज को दे रहीं हैं।
आज हम भारत में किसी भी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने वाली प्रथम महिलाओं के बारे में बात करेंगे।
सरोजनी नायडू
सरोजनी नायडू भारत में किसी भी प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल बनीं। वह उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ( 1947-1949 ) बनीं। सरोजनी नायडू एक कवियत्री थीं और उनको भारत कोकिला भी कहा जाता था। सरोजनी नायडू अपनी कविताएं हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला और गुजराती भाषा में लिखती थीं। सरोजनी नायडू द्वारा लिखित उनकी प्रथम कविता “द गोल्डन थ्रेशोल्ड” बहुत ही प्रसिद्ध हुआ था। सरोजनी नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनने वाली प्रथम भारतीय महिला थीं।
सुचेता कृपलानी
सुचेता कृपलानी भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। सुचेता कृपलानी उत्तर प्रदेश की चौथी मुख्यमंत्री थीं। सुचेता कृपलानी आचार्य जे बी कृपलानी की पत्नी थीं। सुचेता कृपलानी 2-10-1963 से 13-03-1967 तक उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं।
इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थीं। इसके अलावा इंदिरा गांधी भारत की प्रथम महिला थीं जिनको भारत रत्न मिला। इंदिरा गांधी देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुत्री थीं। इन्होंने फिरोज खान से शादी की थीं और गांधी उपनाम इनको महात्मा गांधी ने दिया था। इंदिरा गांधी अपने कठोर फैसलों के लिए जानी जाती थीं इसीलिए इनको आयरन लेडी भी कहा जाता था। इंदिरा गांधी सन् 1966 से 1977 और 1980 से अपनी मृत्यु तक 31-10-1984 भारत की प्रधानमंत्री रहीं।
प्रतिभा पाटिल
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। वह सन् 25-07-2007 से 25-07-2012 तक भारत की राष्ट्रपति रहीं। हालांकि इनका कार्यकाल काफी विवादों में रहा और यह एक अक्षम राष्ट्रपति साबित हुईं।
मीरा कुमार
मीरा कुमार भारत की प्रथम महिला लोक सभा अध्यक्ष ( 3 जून 2009 ) थीं। मीरा कुमार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्य हैं। मीरा कुमार जी एम बालयोगी के बाद दूसरी दलित नेता हैं जो लोकसभा की स्पीकर बनीं। मीरा कुमार सन् 1973 में भारतीय विदेश सेवा में चयनित हुईं थीं।
मेहर मूस
मेहर मूस भारत की प्रथम महिला थीं जो अनटार्कटिका (1977) पहुंची। मेहर मूस ने अब तक 180 देशों की यात्रा की है। मेहर मूस के पास 18 देशों के पासपोर्ट हैं।
किरण बेदी
किरन बेदी भारत की प्रथम महिला आईपीएस अफसर थीं। किरन बेदी को सबसे अधिक प्रसिद्धि तब मिली जब वो तिहाड़ जेल में इंस्पेक्टर जनरल बन कर गईं। जहां पर उनके कार्यों की बहुत प्रशंसा हुई और उनको रमन मैग्सेसे अवार्ड भी मिला।
एनी बेसेंट
एनी बेसेंट इंडियन नेशनल कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष (1917) थीं। एनी बेसेंट लंदन में जन्मी थी लेकीन उन्होने भारत में रहकर भारतीयों के लिए बहुत काम किए। लोग उन्हें मां बसंत पुकारते थे। एनी बेसेंट सन् 1895 में बनारस आईं और यहां आकर उनमें एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। वह खुद को भारतीय समझती थीं।
मीरा साहेब फातिमा बीबी
मीरा साहेब फातिमा बीबी सुप्रीम कोर्ट (1959) की प्रथम महिला जज बनीं।
नीरज भनोट
नीरज भनोट अशोक चक्र प्राप्त करने वाली प्रथम महिला थीं। नीरज भनोट मुंबई में पैन एम एयरलाइंस में एयर होस्टेस थीं। 5-09-1986 में मुंबई से न्यूयॉर्क जा रहे पैन एम फ्लाइट को मुस्लिम आतंकवादियों ने अपहृत कर लिया था। यात्रियों की सुरक्षा करते हुए वह मुस्लिम आतंकवादियों द्वारा शहीद कर दी गईं। उनको अशोक चक्र सम्मान उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत दिया गया था। मृत्यु के वक्त उनकी उम्र मात्र 23 साल थी।
विजय लक्ष्मी पंडित
विजय लक्ष्मी पंडित यूनाइटेड नेशन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम महिला थीं। विजय लक्ष्मी पण्डित हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की बहन थीं। विजय लक्ष्मी पण्डित कैबिनेट मंत्री बनने वाली प्रथम भारतीय महिला थीं। इसके अलावा सन् 1953 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष बनने वाली विश्व की पहली महिला भी थीं।
राजकुमारी अमृता कौर
राजकुमारी अमृता कौर भारत की पहली महिला यूनियन मिनिस्टर थीं। अमृता कौर स्वतंत्र भारत की प्रथम स्वास्थ मंत्री थीं। अमृता कौर 1957 तक भारत की स्वास्थ मंत्री रहीं। इन्होंने AIIMS की स्थापना के लिए अथक प्रयास किए और बाद में AIIMS की पहली अध्यक्ष बनीं।
कादम्बिनी गांगुली और चंद्रमुखी बोस
कादम्बिनी गांगुली और चंद्रमुखी बोस भारत की प्रथम महिला स्नातक थीं। कादम्बिनी गांगुली भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में सबसे पहले भाषण देने वाली महिला भी हैं। चंद्रमुखी बोस ने कादम्बिनी गांगुली के साथ (1883) स्नातक की डिग्री हासिल की थी। कादम्बिनी गांगुली और आनंदी बाई जोशी भारत की प्रथम महिला डॉक्टर भी थीं।
हरिता कौर दयाल
हरिता कौर दयाल भारतीय वायुसेना की प्रथम महिला पायलट थीं। हरिता कौर दयाल की मृत्यु एक एयर क्रैश में सिर्फ २४ साल की उम्र में हो गई थी। दुर्भाग्यवश इसके साथ ही हरीता कौर दयाल ऐसी पहली महिला पायलट भी बनी जिनकी मृत्यु एयर क्रैश में हुई।
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