हर मनुष्य के शरीर पर ढेर सारे बाल होते हैं। हथेली और पैर के तलवों को छोड़कर हमारे पूरे शरीर में बाल होते हैं।
हजारों साल पहले मनुष्य का पूरा शरीर बालों से ढका होता था और आजकल मनुष्य के शरीर पर कम बाल होते हैं।
क्या आपको पता है की हमारे शरीर में बाल की क्या उपयोगिता है और मनुष्य के शरीर में बाल क्यों होते हैं? आईए जानते हैं।
मनुष्य के शरीर पर बाल क्यों होते हैं
मनुष्य के शुरुआती काल में बालों का मुख्य काम होता था की शरीर का तापमान नियंत्रित कर सकें।
गर्मियों में बाल मनुष्य के शरीर को तेज धूप से बचाते थे और ठंडियों में शरीर को ठंड से बचाते थे। बाल मनुष्य के शरीर को मच्छरों और अन्य कीटों से बचाते थे।
समय के साथ साथ जब मनुष्य विकसित होता चला गया तो वह खुद को तापमान के हिसाब से ढालता चला गया जिसकी वजह से शरीर के बाल कम होते गए।
जैसा की आपने देखा होगा की जानवरों के शरीर में अधिक बाल होते हैं जो की उनके शरीर के तापमान को नियंत्रित रखते हैं।
मनुष्य के शरीर के हर जगह के बालों की उपयोगिता अलग अलग होती है।
मनुष्य के सिर के बाल हमारे सिर को सूर्य के विकरण और ठंड से बचाते हैं।
हमारी आंख की भौं के बाल पसीने और धूल को आंख तक पहुंचने से रोकते हैं।
पलके आंखों की तेज रोशनी और धूल से सुरक्षा करती हैं। कान के बाल और कान का मोम हमारे कान को धूल और अन्य संक्रमण करने वाले तत्वों से बचाता है।
नाक के बाल धूल, बैक्टीरिया और वायरस से हमारे फेफड़ों को बचाते हैं और एक फिल्टर की तरह काम करते हैं।
हमारे बगल के बाल शरीर के आपस में होने वाले घर्षण को कम करते हैं।
महिलाओं के जननांगों में होने वाले बाल जननांगों को इन्फेक्शन से बचाते हैं क्योंकि महिलाओं का जननांग काफी खुला होता है और उसमें इंफेक्शन होने की बहुत संभावना होती है।
पुरुष के जननांगों के बाल प्राचीन समय में अंडकोष को ठंड से बचाते थे।
इसी तरह शरीर के बालों अलग अलग उपयोग था लेकिन अब मनुष्य ने खुद को ठंड और गर्म वातावरण के हिसाब से ढाल लिया है इसलिए अब शरीर पर बाल कम होने लगे हैं।
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