दुनियां में सबसे ज्यादा मौतें हार्ट अटैक के कारण होती हैं और हार्ट अटैक अचानक से नही होता।
हार्ट अटैक आने के काफी समय पहले से हमारा शरीर इसके लक्षण प्रदर्शित करने लगता है।
अज्ञानतावश या ध्यान ना देने की वजह से ये लक्षण हम इग्नोर कर जाते हैं और फिर किसी दिन हार्ट अटैक हो जाता है।
कई बार लोगों को बोलते सुना है की वो आदमी तो बिल्कुल स्वस्थ था फिर भी उसे हार्ट अटैक कैसे हो गया।
डॉक्टर भी कई बार लक्षणों के आधार पर हार्ट अटैक को पढ़ने में असफल हो जाते हैं।
तो ऐसे कौन से तरीके हैं जिनसे हम हार्ट अटैक होने की संभावना या हार्ट अटैक होने का सटीक अनुमान लगा सकते हैं।
ब्लड टेस्ट हैं हार्ट अटैक को पकड़ने में सहायक
बाहर से देखकर इंसान के स्वास्थ का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है।
कई बार अच्छा खासा हट्टा-कट्टा नौजवान भी कई खतरनाक बीमारियों को लेकर जी रहा होता है।
किसी भी इंसान के स्वास्थ की सही जांच के लिए ब्लड टेस्ट बहुत जरूरी होते हैं।
ब्लड टेस्ट की सहायता से आप इन्सान के शरीर में क्या परिवर्तन हो रहें हैं इसका सटीक अनुमान लगा सकते हैं।
क्योंकि शरीर में खराबी होने पर सबसे पहले हमारा शरीर उन खराबियों को ठीक करने की कोशिश करता है और ठीक करने की कोशिशों के कारण शरीर में कुछ एंजाइम्स या प्रोटीन निकलते हैं।
ब्लड टेस्ट द्वारा इन्हीं प्रोटीन या एंजाइम की जांच करके बीमारी का अनुमान लगाया जाता है।
जब हमारे हार्ट में कोई प्राब्लम होती है तो हमारा शरीर हार्ट को ठीक करने की कोशिश करता है और इस कारण कुछ केमिकल हमारे ब्लड में स्त्रावित होते हैं जिन्हें हम ब्लड टेस्ट के द्वारा नाप कर बता सकते हैं की हार्ट में दिक्कत है या नहीं।
इसके अलावा हार्ट जब डैमेज होता है तब भी कुछ विशेष प्रकार के प्रोटीन हमारे ब्लड में रिलीज करता है जो ब्लड टेस्ट द्वारा आसानी से पता किए जा सकते हैं।
कौन से हैं वो टेस्ट जो हार्ट की सही स्थिति बताते हैं
जब भी हमारे हार्ट में कोई दिक्कत होती है तो कुछ खास तरह के केमिकल या प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है जिन्हें हम नीचे लिखे ब्लड टेस्ट के द्वारा पता कर सकते हैं
1) HsCRP
2) LDH
3) CK-MB
4) Lipid profile
5) Troponin-I
HsCRP टेस्ट
HsCRP का मतलब होता है हाई सेंसेटिव सी रिएक्टिव प्रोटीन। यह हमारे हार्ट का इन्फ्लेमेशन का मार्कर होता है।
जब भी हमारे हार्ट में हार्ट अटैक (मायो कार्डियल इंफ्राऑक्शन), आर्टरी डिजीज, कार्डियक अरेस्ट या स्ट्रोक होने वाला होता है तो हमारे ब्लड में इसका लेवल बढ़ जाता है।
LDH टेस्ट
LDH को हम लैक्टेट डीहाइड्रोजेनेस भी कहते हैं।
यह हमारे शरीर के सभी सैल्स में पाया जाता है।
इसका मुख्य काम शुगर को एनर्जी में बदलना होता है।
LDH-1 और LDH-2 मुख्यता हमारे हार्ट की मांशपेशियों में पाया जाता है और हार्ट में किसी भी डैमेज या दिक्कत होने पर इसका स्तर बढ़ जाता है।
CK – MB टेस्ट
CK – MB को Creatine Kinase कहते हैं और मायोकार्डिअल इंफ्राक्शन या हार्ट अटैक की स्तिथि में इसका स्तर हमारे खून में बहुत बढ़ जाता है।
यह हार्ट अटैक का अच्छा मार्कर होता है।
लिपिड प्रोफाइल
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट हमारे ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बताता है।
कोलेस्ट्रॉल में मुख्यता HDL और LDL को नापा जाता है।
LDL बैड कोलेस्ट्रॉल होता है और HDL गुड कोलेस्ट्रॉल होता है। LDL का अधिक होना और HDL का कम होना बताता है की आपको आगे चलकर हार्ट अटैक की संभावना हो सकती है।
LDL हमारे हार्ट की आर्टरी को ब्लॉक कर देता है जिसके कारण हार्ट अटैक हो जाता है।
Troponin-I टेस्ट
Troponin-I टेस्ट हमारे ब्लड में Troponin का स्तर बताता है। Troponin एक तरह का प्रोटीन होता है जो हमारी हार्ट की मसल्स में पाया जाता है।
हार्ट अटैक की स्तिथि में यह प्रोटीन ब्लड में आ जाता है और ब्लड टेस्ट द्वारा हम इसका पता लगा सकते हैं।
ECO टेस्ट
इन ब्लड टेस्ट के अलावा ECO टेस्ट जो की एक रेडियोलॉजी टेस्ट होता है हार्ट की किसी भी बीमारी को पकड़ने के लिए बहुत ही सटीक टेस्ट होता है।
हर 35 साल के ऊपर के व्यक्ती को साल में एक बार ECO टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
यह टेस्ट हृदय में होने वाले किसी भी परिवर्तन को पकड़ लेता है जब डॉक्टर को कुछ समझ नहीं आता तो वो ECO टेस्ट लिख देता है।
यह टेस्ट आपकी जान बचा सकता है। इस टेस्ट की कीमत 1200 रुपए की होती है। यह अल्ट्रासाउल्ड की तरह होता है।
इन सारे ब्लड टेस्ट की कीमत कितनी होती है
LDH 500 रुपए
HsCRP 1200 रुपए
ट्रॉपोनिन-I 1500 रुपए
CK MB 500 रुपए
ECO 1200 रुपए
लिपिड प्रोफाइल 600 रुपए
ऊपर दिए गए ब्लड टेस्ट अगर आप हर 6 महीने में एक बार और ECO टेस्ट साल में एक बार कराते हैं तो आप हृदय से संबंधित होने वाली बीमारी और अचानक होने वाले हार्ट अटैक से खुद को बचा सकते हैं।
Prevention Is Always Better Then Cure
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