मुगल बादशाहों के बारे में हमारे इतिहास में बहुत ही अच्छी-अच्छी बातें लिखी गईं हैं जबकि उनकी सारी कमियों को छुपा दिया गया या बताया ही नहीं गया।
जैसे मुगलों ने भारत को किस तरह लूटा, हिंदुओ पर कितने अत्याचार किए, लाखों हिंदुओ का कत्ल किया और लाखों का धर्मांतरण करवाकर मुसलमान बना दिया।
शाहजहां ने अपनी ही सगी बेटी जहाँआरा से शादी कर लिया था।
अकबर ने अपने ही पिता समान संरक्षक बैरम खां को मारकर उसकी बीबी सलीमा सुल्तान बेगम से निकाह कर लिया था।
इसके अलावा अकबर ने अपनी ही बेटियों की शादी नहीं होने दी थी।
आईए जानते हैं की क्यों अकबर ने अपनी तीनों बेटियों की शादी नहीं होने दी।
अकबर ने अपनी तीनों बेटियों को जिंदगी भर कुंवारा रखा
जितने भी मुगल बादशाह हुए हैं उन्होंने अपनी झूठी शान के लिए कई लोगों की जिंदगियां बर्बाद की हैं।
अकबर ने भी अपनी झूठी शान के लिए अपनी तीनों बेटियों को कुंवारा रखा और उन्हें जीवन भर एक तरह से कैद में रखा।
अकबर अगर अपनी तीनों बेटियों की शादी करता तो उसे उनके सामने झुकना पड़ता और अकबर को ये कतई मंजूर नहीं था।
इसलिए अकबर ने अपनी तीनों बेटियों की शादी नहीं होने दी।
इसके अलावा अकबर ने अपनी तीनों बेटियों को एक महल में कैद रखा जहां से वो कहीं आ जा ना सकें और तो और अकबर ने उस महल में तैनात सभी सैनिकों के गुप्तांग कटवा दिए थे और किन्नरों को महल की निगरानी में रख दिया था।
अकबर नहीं चाहता था की उसकी बेटियां किसी भी तरह से किसी पुरूष के सम्पर्क में आएं।
इस तरह अकबर ने अपनी सनक के चलते अपनी तीनों पुत्रियों को जीवन भर कुंवारा रखा।
अकबर के द्वारा बनाई गई इस परंपरा को औरंगजेब, जहांगीर और शाहजहां ने भी कायम रखा और इन राजाओं ने भी अपनी बेटियों की शादी नहीं करवाई।