ISS मतलब इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (Life on the ISS) जो की अंतरिक्ष में बना हुआ एक स्पेस स्टेशन है। यह स्पेस स्टेशन धरती से 240 मील ऊपर 17,500 किलोमीटर प्रति मील की गति से तैर रहा है।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का मुख्य काम इंसानों को अंतरिक्ष में रहने लायक बनाना और अंतरिक्ष में इंसानों में क्या-क्या परिवर्तन आता है उसका अध्यन करना है।
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर कंडीशन (Life on the ISS)
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर जीवन बहुत ही मुश्किल होता है और वहां पर धरती के विपरीत बहुत ही मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
इन सबसे निपटने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को जीवन शैली में बहुत बदलाव करना पड़ता है।
आईए जानते हैं की अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में कैसे रहते हैं?
खाना
अंतरिक्ष में यात्री जो खाना खाते हैं वह उन्हें नासा और रूसी एजेंसी द्वारा दिया जाता है।
अधिकतर फूड्स प्लास्टिक के पैकेट में होते हैं और उन्हें गर्म या ठंडे पानी में डाल कर खाने योग्य बनाया जाता है।
जैसे आप रेडी टू ईट सूप या नूडल्स बनाते हैं अपने घर में, बस गर्म पानी डाला और सूप और नूडल्स तैयार।
अंतरिक्ष यात्रियों के पास फल, ब्रेड और सूखे मेवे भी होते हैं जिन्हें वो खाते हैं।
पानी पीते वक्त अंतरिक्ष यात्री स्ट्रॉ का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि अगर पानी बाहर छलक गया तो उड़कर किसी भी पार्ट में घुसकर उसे डैमेज कर सकता है।
अंतरिक्ष यात्रियों के लिए लगभग 300 प्रकार के भोजन की लिस्ट होती है।
इनमें भोजन प्राकृतिक रूप में जैसे फल या सूखे मेवे, थर्मोस्टेबलाइज रूप में पैक किए हुए जैसे मशरूम, टमाटर, बैगन, चिकन ईत्यादि और रेहाइड्रेटेबल फूड्स जैसे पनीर, मैक्रोनी, मछली, दलिया ईत्यादि रूप में होते हैं।
कपड़े
अंतरिक्ष यात्री वही कपड़े पहनते हैं जो हम यहां धरती पर पहनते हैं।
स्पेस स्टेशन में धरती के बराबर ही वातावरण दाब रखा जाता है साथ ही तापमान और नमी को भी नियंत्रित रखा जाता है ताकि अंतरिक्ष यात्री सुविधाजनक (Life on the ISS) तरीके से रह सकें।
चूंकि स्पेस स्टेशन में आप कपड़े नहीं धो सकते इसलिए अंतरिक्ष यात्री कई जोड़े कपड़े लेकर अंतरिक्ष में जाते हैं।
जब यात्री अंतरिक्ष में निकलते हैं तो स्पेस सूट पहनते हैं।
हां जब अंतरिक्ष यात्री धरती से स्पेस की तरफ जाते हैं और जब स्पेस से धरती पर वापस लौटते हैं तब वह ऑरेंज कलर का कपड़ा पहनते हैं।
नहाना
स्पेस स्टेशन में आप नहा नहीं सकते इसलिए अंतरिक्ष यात्री वाइप्स, गीले तौलिए और पानी रहित शैंपू का इस्तेमाल करते हैं।
स्पेस स्टेशन में सिंक नहीं होता क्योंकि वहां हाथ नहीं धो सकते।
इसके लिए अंतरिक्ष यात्री दवाई युक्त वाइप्स या तौलिए का इस्तेमाल करते हैं।
वॉटरलैस शैंपू में पानी की जरूरत नहीं होती आप बस उसे सर में लगाएं और गीले तौलिए से पोंछ लें।
शरीर की सफाई के बाद सारे वाइप्स और तौलिए को एक पैकेट में भरकर रख दिया जाता है और धरती पर वापस आते वक्त इन्हें वापस लाकर डिस्कार्ड कर दिया जाता है।
टॉयलेट
स्पेस स्टेशन में शौचालय 1*1 मीटर का होता है और महिला और पुरुष दोनों एक ही शौचालय का इस्तेमाल करते हैं।
यात्री खुद को शौचालय से बांध लेते हैं ताकि उनका शरीर उड़ने ना पाए और फिर वो इसका इस्तेमाल करते हैं।
यह शौचालय कमोड की तरह होता है और इसके अंदर वैक्यूम लगा होता है।
जैसे ही आप मल मूत्र त्याग करते हैं यह मल मूत्र को वैक्यूम की सहायता से अंदर खींच लेता है।
ताकि ये स्पेस स्टेशन (Life on the ISS) में तैरने ना लगे और फिर वैक्यूम की सहायता से इसे सुखा दिया जाता है।
सोना
अंतरिक्ष यात्रियों के सोने के लिए एक अलग हिस्सा होता है।
जहां पर स्लीपिंग बैग्स होते हैं जिनमें खुद को बांधकर अंतरिक्ष यात्री सोते हैं।
अगर वो खुद को बांधेगे नहीं तो सोते वक्त उड़कर कहीं भी जा सकते हैं और खुद को चोट लगा सकते हैं।
सोते वक्त स्पेस स्टेशन की मशीन से होने वाले शोर से बचने के लिए अंतरिक्ष यात्री ईयर प्लग का इस्तेमाल करते हैं, हालांकी यह शोर बहुत ही कम होता है।
इसके अलावा कई यात्री रोशनी (Life on the ISS) से बचने के लिए आंख में पट्टी बांध लेते हैं।
व्यायाम
अंतरिक्ष में सबसे जरूरी काम एक्सरसाइज करना होता है क्योंकि अंतरिक्ष में ग्रैविटी ना होने की वजह से हमारी मांशपेशियां और हड्डियां तेजी से कम होने लगती हैं और शरीर बहुत कमजोर (Life on the ISS) हो जाता है।
इससे बचने के लिए अंतरिक्ष यात्री को रोज कम से कम 2 घंटा ट्रेडमिल पर एक्सरसाइज (Life on the ISS) करनी पड़ती है।
इस ट्रेडमिल में एक पट्टी लगी होती है जिसमें अंतरिक्ष यात्री खुद को बांध लेते हैं फिर ट्रेडमिल पर चलते हैं, अगर वो खुद को पट्टी से नहीं बांधेंगे तो ग्रैविटी ना होने की वजह से ट्रेडमिल पर चल ही नहीं पाएंगे।
ट्रेडमिल के अलावा फिक्स्ड साइक्लिंग भी करी जाती है।
स्वास्थ
अंतरिक्ष यात्री को धरती से जानें से पहले सारे फर्स्ट एड और मेडिकल इमरजेंसी के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि जरूरत पड़ने पर वो खुद की जान बचा सकें।
हार्ट अटैक आने से लेकर चोट लगने पर टांका लगाए जाने तक की ट्रेनिंग अंतरिक्ष यात्रियों को दी जाती है।
अंतरिक्ष यात्रियों के पास ऐसे मेडिकल टूल्स और किट्स होती हैं जिनकी सहायता से वो किसी भी आपातकालीन स्थिति (Life on the ISS) से निपट सकते हैं।
मनोरंजन
अंतरिक्ष यात्री (Life on the ISS) मनोरंजन के लिए संगीत सुनते हैं, मूवी देखते हैं, अपनी पसंद की किताब पढ़ते हैं, अपने परिवार या मित्रों से बात करते हैं या सबसे पसंदीदा काम स्पेस स्टेशन से धरती को निहारते हैं।
स्पेस स्टेशन से धरती बहुत ही खूबसूरत लगती है।
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