पूरे विश्व में पानी के बाद अगर कोई पेय पदार्थ पिया जाता है तो वह है चाय।
हमारे भारत में तो दिन की शुरुआत से लेकर रात में सोने तक चाय का दौर चलता है।
मेहमानों का स्वागत हो या मूड फ्रेश करना हो, हम भारतीयों के लिए चाय से बेहतर कोई चीज नहीं हो सकती।
चाय पीने के अपने फायदे भी हैं और नुकसान भी।
आज हम जानेंगे की रोज चाय पीने से आपके शरीर को क्या नुकसान पहुंचता है और कौन-कौन सी गंभीर बीमारियां आपको घेर सकती हैं
भोजन की नली के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है
जो लोग गरमा गर्म चाय जल्दी-जल्दी पी जाते हैं उनको भोजन की नली के कैंसर होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
एक कोहोर्ट रिसर्च से पता लगा है की जो लोग बहुत गर्म चाय पीते हैं उनको Esophageal Squamous Cell Carcinoma यानी की भोजन की नली में कैंसर होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
इसलिए चाय को हमेशा थोड़ा ठंडा करके ही पीना चाहिए, गरमा गर्म चाय नहीं पीनी चाहिए।
एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है
चाय के सेवन से आयरन हमारे शरीर में अवशोषित नहीं होने पाता जिसके कारण शरीर में आयरन की कमी होने लगती है और आगे चलकर यह एनीमिया का कारण बनता है।
इसलिए चाय का सेवन कम ही करना चाहिए और जिनको खून की कमी हो उनको तो चाय का सेवन करना ही नहीं चाहिए।
बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है
चाय में थियोफाईलाइन (Theophylline) नामक कंपाउंड पाया जाता है।
चाय के नियमित सेवन से यह कंपाउंड हमारे पाचन तंत्र को डिस्टर्ब करता है और कब्ज, एसिडिटी तथा गैस का कारण बनता है।
लंबे समय तक अगर कब्ज रहे तो यह बवासीर जैसी गंभीर बीमारी कर देता है।
बार-बार पेशाब लगना
चाय Diuretics की तरह काम करती है जिसके कारण बार बार पेशाब लगती है।
अधिक चाय के सेवन से यह किडनी पर अधिक प्रेशर डालती है और किडनी की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
शरीर की नैचुरल क्लॉक को डिस्टर्ब करती है
एक कप चाय में 20 से लेकर 50 मिलीग्राम तक कैफ़ीन होती है।
जिसकी वजह से यह शरीर के नैचुरल क्लॉक को डिस्टर्ब कर देती है और यह तनाव, अनिद्रा तथा उलझन का कारण बनती है।
कॉफी में तो 100 मिलीग्राम तक कैफ़ीन होती है और यह चाय से भी अधिक हमारे नैचुरल क्लॉक को डिस्टर्ब कर देती है।
नोट -: आपके स्वास्थ के लिए बेहतर यही होगा की आप एक दिन में दो कप से ज्यादा चाय ना पियें