पृथ्वी के सबसे नजदीक तारा सूर्य है जो हमारी पृथ्वी से 147.36 मिलियन किलोमीटर दूर है।
लेकिन हम सूर्य को हटा दें तो क्या आपको पता है की धरती के सबसे नजदीक तारा कौन सा है, आईए जानते हैं
पृथ्वी के सबसे नजदीक तारा
हमारी पृथ्वी के सबसे नजदीक तारा प्रोक्सिमा सेंटौरी है इसे अल्फा सेंटौरी C भी कहते हैं और यह हमारी पृथ्वी से मात्र 4.2465 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है।
इसका अर्थ ये हुआ की अगर हम प्रकाश के वेग से चलें तो हमें प्रोक्सिमा सेंटौरी तक पहुंचने में मात्र 4.2 वर्ष लगेंगे।
हालंकि यह तारा हमें नंगी आंखों से नहीं दिखाई देता और इसके लिए हमें टेलीस्कोप की जरूरत पड़ती है।
अल्फा सेंटौरी A और अल्फा सेंटौरी B हमें बिना टेलिस्कोप के दिख जाता है।
प्रोक्सिमा सेंटौरी तारा Centaurus तारामंडल में स्थित है। Centaurus दक्षिण में दिखने वाला सबसे चमकीला तारामंडल है।
इस तारामंडल की खोज दूसरी सदी के रोमन एस्ट्रोनॉमर Ptolemy ने की थी।
प्रोक्सिमा सेंटौरी अल्फा सेंटौरी तारा समूह का एक हिस्सा है इसमें तीन तारे हैं अल्फा सेंटौरी A, अल्फा सेंटौरी B और अल्फा सेंटौरी C जिसमें अल्फा सेंटौरी C को हम प्रोक्सीमा सेंटौरी भी कहते हैं।
अल्फा सेंटौरी A और B हमारे सूर्य की तरह के तारे हैं और आकाश में बिना टेलीस्कोप के देखने पर एक ही तारा दिखाई देते हैं जबकि ये दो तारे हैं।
यह रात में आकाश में दिखाई देने वाले तीसरे सबसे चमकदार तारे हैं।
इनसे अधिक चमकदार तारा सिर्फ सीरियस और केनोपस ही हैं। अल्फा सेंटौरी A लगभग हमारे सूर्य के बराबर ही है जबकि इसकी चमक हमारे सूर्य से 1.5 गुना अधिक है।
अल्फा सेंटौरी B हमारे सूर्य से आकार में छोटा है और सूर्य से आधी चमक वाला है।
अल्फा सेंटौरी C या प्रोक्सिमा सेंटौरी एक रेड ड्वार्फ तारा है और यह नंगी आंखों से नहीं दिखाई देता और यह पृथ्वी के सबसे नजदीक तारा है।
प्रोक्सिमा सेंटौरी तारे के तीन ग्रह हैं जो इसके चक्कर लगा रहे हैं और उनके नाम हैं प्रोक्सिमा-b, प्रोक्सिमा-c और प्रोक्सिमा-d
प्रोक्सिमा सेंटौरी b ग्रह प्रोक्सीमा सेंटौरी तारे से 7.5 मिलियन किलोमीटर दूरी पर स्थित है और 11.2 दिनों में प्रोक्सिमा सेंटौरी के एक चक्कर लगाता है।
इसका भार हमारी पृथ्वी से 1.07 गुना अधिक भारी है और सबसे खास बात यह है की ये ग्रह हैबिटेबल जोन में आता है जैसे की हमारी पृथ्वी।
यहां पानी तरल रूप में हो सकता है और जीवन की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
यह जीवन पनपने के लिए अब तक के ज्ञात सबसे अच्छे ग्रह में से एक हो सकता है।
प्रोक्सिमा सेंटौरी c ग्रह को सुपर अर्थ भी कहा जाता है और प्रोक्सिमा सेंटौरी d ग्रह को सब अर्थ कहा जाता है।
अभी तक ज्ञात जानकारी के अनुसार ये दोनों ग्रह जीवन के लिए उपयुक्त नहीं है।
सुपर अर्थ वो ग्रह होते हैं जो पृथ्वी से भारी होते हैं और नेपच्यून या यूरेनस से कम भारी होते हैं।
सुपर अर्थ का मतलब जीवन की संभावना से बिल्कुल भी नहीं होता बल्कि वजन से होता है।
प्रोक्सिमा सेंटौरी तारे का तापमान 3.5 मिलियन केल्विन है जो की हमारे तारे सूर्य के तापमान 2 मिलियन केल्विन से बहुत अधिक है।
प्रोक्सिमा सेंटौरी एक रेड ड्वार्फ स्टार है और अपना हाइड्रोजन फ्यूल लगभग खत्म कर चुका है।
प्रोक्सिमा सेंटौरी तारे का भार हमारे सूर्य के भार का सिर्फ 12.5% ही है।
अब आपको ये पता चल गया होगा की सूर्य के बाद हमारी पृथ्वी के सबसे नजदीक तारा कौन सा है और वहां जीवन की क्या संभावनाएं हैं।