क्या ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती से शादी की थी | ब्रह्मा जी की शादी किससे हुई थी

ब्रह्मा जी ने सरस्वती जी से विवाह क्यूँ किया था

 

ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया यह प्रश्र अक्सर उछाला जाता है।
 
हिंदू धर्म को बदनाम करने के ऐसी ही अनगिनत कहानियां बना कर सोशल मीडिया और कई वेबसाईट में डाल दी गईं हैं। 
 
इन कहानियों का सिर्फ एक उद्देश्य है की किसी तरह हिन्दू धर्म को नीचा दिखाया जाए। जबकि सच्चाई ये है की ब्रह्मा जी की कोई पुत्री नहीं थी और ना ही ब्रह्मा जी ने शादी की थी। 
 
जिन पुराणों को लेकर यह बात कही जाती है की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी से शादी की थी वो भी गलत है। 
 
सरस्वती पुराण का नाम लिया जाता है जबकि ऐसा कोई पुराण नहीं है, दूसरा मत्स्य पुराण और शिव पुराण के श्लोक को लेकर भी यह बताया जाता है। 
 
लेकिन इन दोनों पुराणों में भी ऐसा कुछ नहीं लिखा है। पुराणों के श्लोक संस्कृत में होते हैं और उनका गलत ट्रांसलेशन करके पेश किया जाता है।
 
कई किताबों में भी दुर्भावनावश यही सब छाप दिया गया है। आईए जानते हैं पूरी सच्चाई

क्या ब्रह्मा ने अपनी बेटी से शादी की थी

नहीं, ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी से शादी नहीं की थी। ब्रह्मा जी सृष्टि के रचियता हैं उन्होंने ही पूरी सृष्टि का निर्माण किया है। अब सृष्टि का निर्माण करने का अर्थ अपने पेट से सृष्टि पैदा करना नहीं होता। 
 
ब्रह्मा जी ने मनु का निर्माण किया और फिर उसका साथ देने और पृथ्वी पर मानव जीवन को आगे बढ़ाने के लिए सतरुपा का निर्माण किया। 
 
ध्यान दीजिए निर्माण किया ना की किसी से शादी करके पैदा किया। मनु और सतरूपा की संतानों से ही आगे चलकर पृथ्वी पर मनुष्य का जीवन आगे बढ़ा।
 
मनु और सतरूपा ब्रह्मा जी का निर्माण थे ना की पुत्र और पुत्री, इनका निर्माण पृथ्वी को बसाने के लिए किया गया था। 
 
बहुत से लोग सतरूपा को ही सरस्वती बोलते हैं। सारी गलतफहमी यहीं होती है और अधर्मी लोग इसी बात को बोलते हैं की सतरुपा ब्रह्मा जी की बेटी थीं जबकि वो ब्रह्मा जी का निर्माण थी बेटी नहीं।
 
दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात की ब्रह्मा जी का विवाह ही नहीं हुआ था तो पुत्र या पुत्री कैसे होगी। यह सब मनगढ़ंत कहानियां है हिन्दू को बदनाम करने के लिए। 
 
जिस तरह से बाइबिल में लिखा है की एडम नाम के मनुष्य की परमेश्वर ने रचना की और कुरान के अनुसार आदम पहला मनुष्य था जिसकी रचना अल्लाह ने की थी। 
 
अब ये बताइए इन सब की रचना की गई थी या पैदा किया गया था।  
 
इसी तरह ब्रह्मा जी ने रचना की थी ना की पैदा किया। अब आपको साफ समझ में आ गया होगा की ब्रह्मा जी का कोई विवाह नहीं हुआ था और ना ही ब्रह्मा जी की कोई पुत्री थी।
 
अब आते हैं अगले प्रश्न पर जिसमें कहा जाता है की ब्रह्मा जी ने सरस्वती जी से विवाह किया था। 
 
हमारे वेदों को ब्रह्मा और उसमें लिखे ज्ञान को सरस्वती कहा जाता है। ईश्वर यानि की ब्रह्मा ने सबका निर्माण किया है और उससे ज्ञानी कोई नही हो सकता और ज्ञान को ही सरस्वती कहते हैं। 
 
इसलिए ब्रह्मा जी और सरस्वती का नाम साथ में लिया जाता है। ब्रह्मा जी ने पुरी दुनियां का ज्ञान (सरस्वती) दिया ना की पैदा किया। 
 
ब्रह्मा जी जो की खुद संसार को बनाने वाले हैं उनको शादी की क्या जरूरत यह सब कोरी अफवाह है जो हिन्दू धर्म को बदनाम करने के लिए फैलाई जाती है। 
 
कई लोग मानते हैं की ब्रह्मा जी की पत्नी का नाम विद्या था जबकि ऐसा नहीं है ब्रह्मा मतलब दुनियां के राचियता और जिसने दुनियां बनाई उसके पास बहुत ज्ञान या विद्या होगी। 
 
कई अज्ञानी लोगों ने इसको गलत तरीके से पेश किया। पुराण के श्लोकों का भी गलत तरीके से अनुवाद किया गया। 
 
जैसे भिंडी को लेडी फिंगर कहते है और किसी को भिंडी बहुत पसंद है तो इंग्लिश में यह नहीं बोलेंगे की उस आदमी को औरत की उंगली यानी की लेडी फिंगर यानि की भिंडी बहुत पसंद है। 
 
आप समझ गए होगें की एक अनुवाद ने किस तरह अर्थ का अनर्थ कर दिया। इसी तरह पुराणों का अनुवाद गलत तरीके से किया गया।
 
इसी तरह दूसरे मजहब के लोग हिन्दू धर्म को बदनाम करने के लिए बोलते हैं की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती रेप किया जबकि यह पूरी तरह भ्रामक और तथ्यहीन है। 
 
अगर कोई भी आपको बोलता है की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी से शादी की या कुछ भी तथ्यहीन बातें करता है तो उससे कहिए की इस बात को लिखा हुआ दिखाए की किस पुराण में लिखा है और उस श्लोक को संस्कृत में होना चाहिए। 
 
बहुत सी प्रसिद्ध वेसाइट्स में भी यह सब भ्रामक बातें लिखी हैं। हमेशा रामायण, गीता, महाभारत, वेद या पुराण के संस्कृत में लिखे हुए श्लोक को ही प्रमाणिक मानिए। 
 
हालांकि मुगलों के आक्रमण के बाद से भारत में कई सारे पुराण, वेदों और अन्य धार्मिक ग्रन्थों में भी मिलावट कर दी गई है ताकि हिंदुओं को अपमानित किया जा सके।
 
 
 

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2 Comments

  1. बेनामी

    Aapka ka kahna bilkul sahi hai.

  2. बेनामी

    आपने लिखा की हमारे वेदों को ब्रह्मा और उसमें लिखे ज्ञान को सरस्वती कहा जाता है। ईश्वर यानि की ब्रह्मा ने सबका निर्माण किया है और उससे ज्ञानी कोई नही हो सकता और ज्ञान को ही सरस्वती कहते हैं। आप की बात को निर्विवाद सही मान लेते हैं तो ब्रह्मा जी जिनकी उत्पत्ति विष्णु जी के नाभि से उत्पन्न कमल से हुई वो ब्रह्मा जी वास्तव में कौन हैं और ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती वास्तव में कौन है ? सादर इस पर प्रकाश डालें |

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