गजकेसरी का मतलब क्या होता है | गज केसरी योग कैसे पता करें

 

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आज हम जानेंगे की गज केसरी योग (gajakesari yoga in hindi) क्या होता है और गज केसरी योग कब बनता है
 
जब बच्चा जन्म लेता है उसी वक्त  ग्रहों के आधार पर उसका पूरा जीवन का निर्णय हो जाता है
 
बच्चा
अपने जीवन में क्या करेगा, किस क्षेत्र में उसको सफलता मिलेगी और उसका
सामाजिक और आर्थिक जीवन क्या रहेगा यह ग्रहों की स्थिति के अनुसार निर्णित
हो जाता है। 
 
हमारी कुण्डली में कुछ ऐसे योग बनते हैं जो बहुत ही शुभ माने जाते हैं और कुछ बहुत ही अशुभ माने जाते हैं। 
 
आज हम बहुत ही शुभ माने जाने वाले एक ऐसे ही योग के बारे में चर्चा करेंगे, जिसे हम गज केसरी योग कहते हैं।
 
 

Table of Contents

कब बनता है गज केसरी योग Gajakesari yoga meaning


गज का मतलब होता है हाथी और केसरी का मतलब होता है स्वर्ण, अर्थात गज केसरी योग धन और शक्ति का संगम होता है। 
 
गज केसरी योग में व्यक्ती के पास मां लक्ष्मी का आशीर्वाद और हाथी जैसी ताकत बनी रहती है। 
 
कुण्डली
में जब बृहस्पति और चंद्रमा उच्च के और मजबूत होते हैं और साथ में एक
दूसरे की तरफ दृष्टि करके बैठे होते हैं तो जो योग बनता है उसे गज केसरी
योग कहते हैं। 
 
अगर चंद्रमा या बृहस्पति में कोई भी ग्रह नीच का हो या कमजोर हो तो गज केसरी योग नहीं बनता।
 

गज केसरी योग के लाभ Gaj kesari yoga ke labh


गजकेसरी योग के बनने से व्यक्ती को जीवन में अपार सफलता मिलती है और उसके पास धन की कभी कमी नहीं रहती। 
 
उसको जीवन में भरपूर सम्मान और राजसी सुख मिलता है। 
 
गजकेसरी योग का आपको क्या लाभ मिलेगा यह इस पर निर्भर करता है की गज केसरी योग कुण्डली के किस भाव में बन रहा है।
 

कुण्डली के पहले भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 1st house


कुण्डली
के पहले भाव में गज केसरी योग बनने से व्यक्ती नेता, अभिनेता या सफल
खिलाड़ी बनता है। ऐसे लोगों के पास अजीब सा आकर्षण होता है और लोग इनके पास
खींचे चले आते हैं।
 

कुण्डली के दूसरे भाव में गजकेसरी योग Gajakesari yoga in 2nd house


कुण्डली
के दूसरे भाव में गज केसरी योग होने पर व्यक्ती अमीर घर में पैदा होता है
और बात चीत में बहुत निपुण होता है। ऐसे लोग पब्लिक स्पीकर या मोटिवेटर
बनते हैं।
 

कुण्डली के तीसरे भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 3rd house


कुण्डली
के तीसरे भाव में गज केसरी योग बनने से व्यक्ती समाज में बहुत ही ताकतवर
पोस्ट पर रहता है और उसके पूरे परिवार को भी समाज में उच्च पद मिलता है।
 

कुण्डली के चौथे भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 4th house


कुण्डली
के चौथे भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ती को भरपूर पैसा मिलता है।
ऐसे व्यक्ति को मां का बहुत आशीर्वाद और प्यार मिलता है।
 

कुण्डली के पांचवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 5th house


कुण्डली
के पांचवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ति बुद्धि के बल पर समाज
में अपनी अलग पहचान बनाता है और जीवन में सफलता पाता है। ऐसे लोग शिक्षक,
लेखक, वैज्ञानिक या न्यायाधीश बनते हैं।
 

कुण्डली के छटे भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 6th house


कुण्डली के छटे भाव में गज केसरी योग बनने से व्यक्ती के शत्रु उससे दब कर रहते हैं।
 

कुण्डली के सातवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 7th house


कुण्डली के सातवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ती को अच्छा जीवनसाथी मिलता है पति पत्नी दोनों उच्च पद पर आसीन होते हैं।
 

कुण्डली के आठवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 8th house


कुण्डली के आठवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ती को अचानक से धन प्राप्ति होती है। कई बार गुप्त धन भी मिल जाता है।
 

कुण्डली के नवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 9th house


कुण्डली
के नवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ति को भाग्य का भरपूर साथ
मिलता है। कम मेहनत में भी ऐसे व्यक्ती बहुत अधिक सफलता प्राप्त कर लेते
हैं।
 

कुण्डली के दसवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 10th house


कुण्डली के दसवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ती के माता पिता बड़े पदों पर आसीन होते हैं और इसका लाभ व्यक्ती को मिलता है।
 

कुण्डली के ग्यारवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 11th house


कुण्डली
के ग्यारवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ती कई जगह से पैसा कमाता
है। वह भूमी, व्यापार और नौकरी सभी जगह से धन प्राप्त करता है।
 

कुण्डली के बारवें भाव में गज केसरी योग Gajakesari yoga in 12th house


कुण्डली के बारवें भाव में गज केसरी योग बनने पर व्यक्ति धर्म और अध्यात्म में अधिक रुचि लेता है और धन आगमन के मार्ग खुले रहते हैं।
 
 

कब गज केसरी योग का पूर्ण फल नहीं मिलता


जब
कुण्डली में गज केसरी योग बना हो और इस योग पर पाप ग्रह जैसे राहु की
दृष्टि पड़ जाए तो गज केसरी योग का सम्पूर्ण फल व्यक्ती को नहीं मिल पाता। 
 
अगर गुरु या चंद्रमा नीच का हो तो भी गज केसरी योग अच्छा फल नहीं देता।
 

गज केसरी योग को मजबूत कैसे करें


गज केसरी योग को मजबूत करने के लिए आपको आपको भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। 
 
इसके साथ ही आपको पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। 
 
गुरुवार को बृहस्पति की पूजा और व्रत रखने पर भी गज केसरी योग मजबूत होता है।
 
 
 
 
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