अक्टूबर से अप्रैल के बीच में जब आप रात में लगभग 10 बजे के बाद देखते हैं तो आपको पश्चिम दिशा में नीचे की तरफ तारों का एक टिमटिमाता हुआ समूह नजर आता होगा।
तारों का यह समूह ऐसा लगता है जैसे ढेर सारे तारे एक जगह पर रख दिए गए हों और धीरे धीरे वो टिमटिमा रहे हों।
भारतीय इसे कृतिका नक्षत्र समूह के नाम से जानते हैं और भारत के कई स्थानों में इसे कुचकुछिया भी कहते हैं।
एस्ट्रोनॉमर इसे प्लेडेस (Pleiades) नाम से जानते हैं। यह कृतिका नक्षत्र समूह पृथ्वी से 444 प्रकाश वर्ष की दूरी पर और यह वृष राशि (Taurus Constellation) में स्थित है।
कृतिका नक्षत्र (Pleiades) 1,000 से अधिक तारों का समूह है जिसमें 7 तारे मुख्य रूप से दिखाई देते हैं इसलिए इसे 7 सिस्टर्स भी कहते हैं।
कृतिका नक्षत्र समूह (Pleiades) ओपन स्टार क्लस्टर का एक अच्छा उदाहरण है। क्लस्टर स्टार एक ही समय पैदा होते हैं और उनमें मौजूद सारे तारों की उम्र बराबर होती है।
इनके आस पास गैस और धूल का एक बादल सा होता है जिसके कारण यह समूह धुंधले से दिखाई देते हैं।
ये तारे अधिक चमकदार होते हैं और इनकी उम्र बहुत ही कम सिर्फ 100 मिलियन वर्ष ही होती है।
कृतिका नक्षत्र समूह के तारे नीले रंग का प्रकाश पैदा करते हैं और यह समूह 8 प्रकाश वर्ष की दूरी में फैला हुआ है।
इन तारों में अभी तक जीवन होने की संभावना के विषय में कोई जानकारी नहीं है।
कृतिका नक्षत्र को आसमान में कैसे पहचानें
कृतिका
नक्षत्र समूह (Pleiades) आप अक्टूबर से अप्रैल के बीच पश्चिम दिशा में ओरियन बेल्ट (3
तारों की एक चमकती हुई रेखा) के ऊपर देखने पर तारों का एक चमचमाता समूह
दिखाई देगा वो ही कृतिका नक्षत्र है।
नक्षत्र समूह (Pleiades) आप अक्टूबर से अप्रैल के बीच पश्चिम दिशा में ओरियन बेल्ट (3
तारों की एक चमकती हुई रेखा) के ऊपर देखने पर तारों का एक चमचमाता समूह
दिखाई देगा वो ही कृतिका नक्षत्र है।
वैसे तो यह मई और जून को छोड़कर पूरे साल दिखाई देते हैं लेकिन अक्टूबर से अप्रैल के बीच यह बहुत ही साफ दिखाई देते हैं।
वैसे तो यह 6 तारे ही अच्छी तरह दिखाई देते हैं लेकिन कई लोगों को इसके 20 तारे तक दिखाई देते हैं।
👇👇👇