विज्ञान के ऐसे कौन से अनसुलझे रहस्य हैं जिनका जवाब आज तक वैज्ञानिक नहीं खोज पाए हैं | Mysteries in universe

 

What are the unsolved problems in physics, Is there any exception in physics

आज हम फिजिक्स और केमिस्ट्री के उन प्रश्नों का अवलोकन करेंगे जिनके बारे में आजतक विज्ञान कोई संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं दे सका है। ये प्रश्न ऐसे हैं की अगर इनका जवाब मिल जाए तो हम एक नए जीवन में प्रवेश कर जायेंगे और बहुत से आश्चर्यचकित करने वाले अविष्कार हमारे सामने होंगे। तो आईए जानते हैं की ऐसे प्रश्र कौन कौन से हैं। 
 

Table of Contents

निर्जीव पदार्थों से जीवन का विकास कैसे हुआ How did life evolve from non-living matter


पृथ्वी की आयु लगभग 4.5 अरब वर्ष है और इसके पहले 2 से 3 अरब वर्ष तक पृथ्वी पर कोई जीवन नहीं था। वैज्ञानिक मानते हैं की पृथ्वी पर जीवन का विकास सिंपल इनॉर्गेनिक मॉलिक्यूल्स का कॉम्प्लेक्स ऑर्गेनिक मॉलिक्यूल्स के रिएक्शन से हुआ। 
 
लेकिन मूल प्रश्न ये आता है की यह रिएक्शन पहली बार कैसे और कब शुरू हुई। उससे भी अधिक आश्चर्यजनक बात ये है की किसी नॉन लिविंग केमिकल से जीवन कैसे उत्पन्न हो गया। 
 
यह प्रश्न आज भी वैज्ञानिकों को दुविधा में डाले हुए है की निर्जीव रासायनिक चीजों से सजीव जीवों का प्रथम निर्माण कैसे हुआ।
 
 

पृथ्वी पर पानी कहां से आया Where did Earth’s water come from


पृथ्वी का एक तिहाई भाग पानी है और पृथ्वी पर पानी के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। पृथ्वी पर जीवन होने एक मुख्य कारण पानी ही है क्योंकि हमारे सौर मंडल में किसी अन्य ग्रह पर अभी तक पानी नहीं पाया गया है। 
 
तो वैज्ञानिकों के सामने सबसे बड़ा प्रश्न यही उठता है कि आखिर पृथ्वी पर पानी आया कहां से। ज्यादातर वैज्ञानिक यही मानते हैं की पृथ्वी पर पानी आने का मुख्य सोर्स धूमकेतू या कोई उल्का पिंड है जो बर्फ से भरा हुआ था और पृथ्वी से टकरा गया और इस तरह से पृथ्वी पर पानी आया। 
 
लेकिन इस सिद्धांत को साबित करने के लिए अभी तक कोई ठोस सबूत वैज्ञानिकों को नहीं मिला है। इसके अलावा कई वैज्ञानिक ये मानते हैं की पृथ्वी पर चट्टानों में मौजूद हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के संयोग से मिलकर पानी बना। इसलिए इस प्रश्न का उत्तर भी हमारा विज्ञान नहीं दे सका है।
 
 

ब्रह्मांड का आकार क्या है What is the size of the whole universe


ब्रह्मांड अनंत दूरी तक फैला है और फैलता ही जा रहा है। अभी तक हम सिर्फ एक राय पर पहुंचे हैं की हमारी आकाशगंगा की चौड़ाई 1.5 लाख प्रकाश वर्ष है। 
 
आकाश में मौजूद किसी की वस्तु की लंबाई चौड़ाई या दूरी नापने के लिए ज्यादातर वैज्ञानिक रेडशिफ्ट या कॉस्मिक डिस्टेंस लैडर पर भरोसा करते हैं। 
 
लेकिन इन दोनों मैथड में सबसे बड़ी दिक्कत ये है की कई अकाशीय पिंडो के प्रकाश को धरती तक पहुंचने में कई अरब साल तक लग जाते हैं। 
 
जब तक हम इस पर अध्ययन शुरू करते हैं तब तक ब्रह्माण्ड बहुत फैल चुका होता है। तो इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है की ब्रह्माण्ड का आकार क्या है। 
 
ज्यादातर वैज्ञानिक मानते हैं की हमारा ब्रह्माण्ड 93 अरब प्रकाश वर्ष चौड़ा है लेकिन यह आंकड़ा सही हो इसका कोई भी ठोस कारण नहीं है। 


ब्लैक होल के केंद्र में क्या है Internal structure of black holes


ब्लैक होल ब्रह्माण्ड की सबसे रहस्यमई चीज मानी जाती है। अभी तक हमारे पास ब्लैक होल को लेकर कोई भी ज्यादा जानकारी उपल्ब्ध नहीं है। 
 
हमारे पास अभी हाल में ही ब्लैक होल की अस्पष्ट फोटो मिली है। जो की वैज्ञानिकों ने बड़ी मेहनत से कई सालों के अध्यन से प्राप्त की है। 
 
इसके अलावा ब्लैक होल के अंदर क्या है, यह कैसे काम करता है, इसके निर्माण की सटीक जानकारी आदि अभी हमारे पास नहीं है। 
 
जो भी डाटा हमारे पास उपल्ब्ध है वह सब संभावनाओं के आधार पर ही है। अभी ब्लैक होल के बारे में हमें अनगिनत चीजें जाननी है। ब्लैक होल के रहस्य से पर्दा उठने के बाद हम ब्रह्माण्ड के बहुत से रहस्यों को उजागर कर सकते हैं।
 

बिग बैंग कैसे हुआ और आगे ब्रह्माण्ड का भविष्य क्या है


हम सभी जानते हैं की ब्रह्माण्ड का निर्माण बिग बैंग नामक विस्फोट से हुआ लेकिन वैज्ञानिक आज तक ये पता नहीं लगा पाए हैं की बिग बैंग होने का मुख्य कारण क्या था? 
 
बिग बैंग होने के पहले यूनिवर्स में क्या था? बिग बैंग होने के बाद ब्रह्माण्ड लगातार फैल रहा है तो क्या आगे चलकर ब्रह्माण्ड फ्रीज हो जायेगा या फिर इसके दो हिस्से हो जायेंगे या फिर ये आगे चलकर वापस अपने केंद्र जहां से ये शुरू हुआ था वहां आ जायेगा या फिर खत्म हो जाएगा।
 
इस तरह के हजारों प्रश्न दिमाग में आते हैं लेकिन अभी तक इनका कोई भी जवाब नहीं मिल पाया है।
 

ब्रह्माण्ड की आवाज का कारण क्या है What is the cosmic roar


हम सभी जानते हैं की ब्रह्माण्ड में हम कुछ सुन नहीं सकते क्योंकि वहां पर कोई भी माध्यम नहीं है। सन् 2006 में वैज्ञानिकों ने एक बैलून को स्पेस में भेजा था ताकि यह दूर स्तिथ तारों से रेडियो सिग्नल प्राप्त कर सके। 
 
जैसे यह बैलून 23 मील की ऊंचाई पर गया वहां इसे बहुत जोर का शोर सुनाई दिया। यह शोर इतना स्पष्ट था की यह बिना माइक्रोफोन के भी साफ साफ सुनाई दे रहा था। यह किसी दूर की गैलेक्सी का साउंड था।

बाद में यह सिग्नल लगातार और हर दिशाओं से आने लगा। वैज्ञानिकों ने इस स्पेस रोर को Radio Synchrotron Background कहा, और वैज्ञानिक अभी भी इस सिगनल पर काम कर रहे हैं और पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं की ये सिग्नल कहां से आ रहे हैं।
 

ब्रह्माण्ड में पाए जाने वाले एलिमेंट्स का सोर्स क्या है What is the origin of the elements in the cosmos


बिग बैंग की थ्योरी ये बताती है की विस्फोट होने के बाद हाइड्रोजन व हीलियम जैसे हल्के एलिमेंट्स बने। लेकिन सारे एलिमेंट्स आखिर ब्रह्मांड में आए कहां से, क्या ये एलिमेंट्स ब्रह्माण्ड में पहले से मौजूद थे या ये किसी रिएक्शन के कारण बने।
 
हम सभी जानते हैं की ब्रह्माण्ड में सिर्फ 12% ही एटम्स हैं और बाकी सब डार्क मैटर और डार्क एनर्जी है। तो सबसे बड़ा प्रश्न ये आता है कि ये डार्क मैटर और डार्क एनर्जी है क्या और ये कैसे बने हैं।
 
ब्रह्माण्ड में इतना ज्यादा डार्क मैटर क्यों है। क्या डार्क मैटर ही ब्रह्माण्ड को बांधे हुए है। इसी तरह के कई अन्य प्रश्न भी अभी सब वैज्ञानिकों के दिमाग में हैं।
 

सूरज के बाहरी वातावरण का तापमान उसके केंद्र से ज्यादा क्यों है Why sun’s corona is much hotter than sun’s surface


सूरज के वातावरण का तापमान सूरज के केंद्र के तापमान से 1.8 मिलियन डिग्री ज्यादा है। वैज्ञानिकों सालों से सूरज के तापमान का अध्यन कर रहें हैं और वो अभी तक इसका जवाब नहीं खोज पाए हैं।
 
सूरज एक प्लाज्मा से बना केंद्र है जिसमें अधिक आवेश वाली गैस हैं जो इलेक्ट्रिक चार्ज वहन करती हैं। इनकी वजह से सूरज के ऊपर विशाल विद्युत धाराएं युक्त एक चुंबकीय क्षेत्र बन जाता है।
 
यह समय समय पर धरती आया करता है और हमारी पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र इससे हमारी पृथ्वी की रक्षा करता है।
 

पदार्थ किन चीजों से मिलकर बना होता है What is matter made of


हम सभी को पता है की सारे पदार्थ अणुओं से मिलकर बने होते हैं और अणु इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन से मिलकर बने होते हैं। 
 
प्रोटॉन और न्यूट्रॉन और भी छोटे पार्टिकल क्वार्क से मिलकर बने होते हैं। लेकिन क्वार्क कैसे बना होता है इसके बारे में ज्यादा नहीं पता। 
 
सन् 2006 में हिग्स बोसोन नामक पार्टिकल की खोज की गई जिसे गॉड पार्टिकल भी कहा जाता है क्योंकि यह पदार्थ का अब तक ज्ञात सबसे छोटा पार्टिकल है। 
 
हिग्स बोसोन का वजन होता है और इसके वजन क्या कारण क्या है यह अभी तक ज्ञात नहीं हो पाया है। 
 
इसके अलावा प्रोटॉन का चार्ज इलेक्ट्रॉन के चार्ज द्वारा न्यूट्रल क्यों कर दिया जाता है। इस तरह के कई सवाल अभी तक बने हुए हैं जिनके जवाब विज्ञान के पास नहीं हैं।
 

समय सिर्फ एक ही दिशा में क्यों बढ़ता है Why does time seems to flow only in one direction


हर चीज की एक निश्चित दिशा होती है जैसे हम पैदा होते हैं फिर बड़े होते हैं फिर बूढ़े और फिर मृत्यु हो जाती है। इसका मतलब हुआ की समय सिर्फ एक ही दिशा में चल रहा है।
 
क्या कभी ऐसा हो सकता है की समय एक दिशा में जानें की बजाय दो दिशा में जानें लगे। अगर ऐसा हो जाए तो टाइम मशीन बनाना कितना आसान हो जायेगा। हम अपने पास्ट में जा सकते थे।
 
लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है। समय क्यों एक ही दिशा में बढ़ता है इसका उत्तर भी अभी तक विज्ञान नहीं दे पाया है।
 
सारे फिजिक्स के नियम समय को मानकर ही बनाए गए हैं लेकिन अभी तक यह समझ नही आया की समय पीछे की तरफ क्यों नहीं चलता।
 

गुरुत्वाकर्षण इतना अजीब व्यवहार क्यों करती है Why is gravity so weird


हमारा सबसे जाना पहचाना फोर्स है ग्रेविटी, बच्चे से लेकर बूढ़े तक बिना कोई नियम जाने ग्रेविटी को समझ सकते हैं। लेकिन ग्रेविटी का व्यवहार आज तक वैज्ञानिकों के समझ में नहीं आया।
 
जैसे ग्रेविटी अन्य फोर्सेज की तुलना में बहुत कमजोर होती है, ग्रेविटी सिर्फ खींचती ही क्यों है, ब्लैकहोल के अंदर इतनी सारी और इतनी पावरफुल ग्रेविटी कैसे आई, ग्रैविटी वेव के रुप में क्यों चलती है, क्या ग्रैविटी के बिना भी जीवन संभव है, क्या ब्लैक होल में ग्रैविटी किसी और दिशा में लीक हो रही है जो हमे शायद किसी नए यूनिवर्स से मिला सकती है।
 
ये सब प्रश्न के जवाब अभी तक नहीं मिल पाए हैं, शायद भविष्य में इनके उत्तर और एक नई दुनियां से हमारा सामना हो सके।
 

विश्व का सारा एंटीमैटर कहां चला जाता है Where did all the antimatter go


साइंस का सबसे अजीब और रहस्यमई प्रश्न है ये की पूरे ब्रह्माण्ड का एंटीमैटर कहां चला जाता है। चलिए आपको समझाते हैं, एंटीमैटर किसी भी पदार्थ का विपरीत पदार्थ होता है।
 
एंटीमैटर में हर पदार्थ के विपरीत गुण होता है। जैसे प्रोटॉन का एंटीमैटर एंटी प्रोटॉन है लेकिन इसके ऊपर नेगेटिव चार्ज होता है।
 
बैज्ञानिक मानते है की हमारा ब्रह्माण्ड मैटर से बना है तो फिर इसका एंटीमैटर कहां है क्यूंकि इसका एंटीमैटर भी बिग बैंग के दौरान बना होगा, तो फिर वो सब गया कहां।
 
क्या हमारे समानांतर कोई और ब्रह्माण्ड है जहां ये सारे एंटीमैटर है। सबसे आश्चर्यजनक बात ये है की CERN लैबोरेटरी सन् 1995 से लगातार एंटीपार्टिकल्स बना रही है।
 
जब भी लैबोरेटरी ने किसी मैटर को लैब में बनाया है तो उसका एंटीमैटर भी बना है। तो ब्रह्माण्ड के उत्पन्न होने के समय भी इसका एंटीमैटर होना चाहिए, तो वो सब कहां है। एंटीमैटर को हम मैटर का दुष्ट जुड़वा समझ सकते हैं।

इसी तरह के अनेक प्रश्न है जिनके उत्तर अभी तक विज्ञान नहीं ढूंढ पाया है जैसे क्या प्रकाश की चाल से भी अधिक चाल का कोई पदार्थ या वेव है, क्या किसी अन्य ग्रह पर जीवन है, ब्रह्माण्ड के बाद क्या है, ब्रह्माण्ड का अंत कहां है, क्या समय भी एक दिशा है और कितनी दिशाएं है, किसी भी वस्तु के आरपार प्रकाश को कैसे भेजें क्योंकि यह सिद्धांत किसी भी वस्तु को अदृश्य कर सकता है। 
 
यहां हमने सिर्फ कुछ ही प्रश्नों का उल्लेख किया है, इसी तरह के कई अन्य प्रश्न हैं जो वैज्ञानिकों को परेशान करे हुए है।
 
 
👇👇👇
👆👆👆

2 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *