Hindenburg Disaster in Hindi – हिंडेनबर्ग हादसा एक ऐसा दर्दनाक हादसा था जिसमें 35 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी।
हिंडेनबर्ग एक एयरशिप था जिसमे बीच आकाश में आग लग गई थी और कई यात्री मारे गए थे।
आइए जानते हैं इस बहुचर्चित दुर्घटना के बारे में।
एयरशिप एक ऐसे जहाज होते थे जो एक स्टेडियम के आकार के होते थे और इसमें गैस भरकर इनको फुलाया जाता था।
यह एक यात्री एयरशिप होता था। हिन्डेनबर्ग एयरशिप यूरोप, ब्राजील और अमेरिका में काम करने के लिए बनाया गया था।
6 मई 1937 को जर्मनी का प्रसिद्ध एयरशिप हिंडेनबर्ग अमेरिका में न्यूजर्सी के पास नेकहेर्स्ट नेवल एयरस्टेशन पर डॉक करने के कुछ समय पहले हादसे का शिकार हो गया।
हिंडेनबर्ग में आग लग गई और वो पूरा हवा में ही जल गया। हिंडेनबर्ग एक होटल की तरह सुख सुविधाओं से भरपूर था।
जब इसमें आग लगी तब इस एयरशिप में 97 यात्री थे जिनमें से 35 की मृत्यू हो गई थी।
जिस वक्त ये दुर्घटना हुई उस वक्त यह एयरशिप करीब 200 मीटर की ऊंचाई पर था।
कई यात्रियों ने एयरशिप से कूद कर अपनी जान बचाई थी।
हिंडेनबर्ग हादसे के कारण एयरशिप के पूरे के पूरे कॉन्सेप्ट पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया गया और इसकी निर्माता जर्मनी की कंपनी डायचे जेपलिन को तगड़ा नुकसान सहना पड़ा।
एयरशिप का यह कॉन्सेप्ट उसी साल शुरु किया गया था और उसी साल इस हादसे के कारण बंद करना पड़ा।
हादसे की वजह
हिंडेनबर्ग एयरशिप एक उड़ते हुऐ होटल की तरह था। इसकी लंबाई 803 फीट और वजन करीब करीब 242 टन था।
इसका फ्रेम मेटल का बना हुआ था जिसमें हाइड्रोजन गैस भरी थी। इसकी अधिकतम रफ़्तार 80 मील प्रति घंटा थी।
इसके हादसे को लेकर बहुत सी बातें बोली जाती हैं लेकिन सारी बातें अफवाह ही निकली।
नासा ने अपनी एक वजह बताई थी जिसमें नासा ने कहा था की एयरशिप के बाहर कपड़े पर जवलनशील पदार्थ के कारण ही इसमें आग लगी।
हालांकि कई लोग इसे अमेरिकी और नाजी साजिश मानते हैं।
खैर जो भी हो लेकिन एक भयानक हादसे के कारण एक एयरशिप को अपना सफर शुरु में ही खत्म करना पड़ा।
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