जानिए प्रीति जिंटा आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब की मालकिन कैसे बनीं

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जब बीसीसीआई ने आईपीएल शुरु करने की घोषणा करी थी तो देश के कई बिजनेस टायकून्स ने इसे हाथों हाथ लिया था।

लोगों ने आईपीएल की टीम खरीदने के लिए खुले हाथों से पैसे लुटाए थे और आईपीएल ने किसी को निराश भी नहीं किया।

सारी आईपीएल फ्रेंचाइजी ने ढेरों मुनाफा कमाया और अभी भी लगातार कमा रहीं हैं।

लेकिन जब लोगों को ये पता चला की प्रीति जिंटा ने पंजाब की टीम को खरीद लिया है तो देश भर में लोगों को काफी हैरानी हुई क्योंकि एक फिल्म अभिनेत्री इतना नहीं कमा सकती की वो एक आईपीएल की टीम खरीद ले।

आईपीएल खिलाडियों को एक साल में मिलने वाली धन राशि इतनी होती है की उतने में एक अभिनेत्री के जीवन की सारी फिल्में मिला कर भी उतना पैसा नहीं मिल सकता।

तो आईए समझते हैं की प्रीति जिंटा ने कैसे आईपीएल टीम खरीदा और किस तरह उन्होनें इसे सफलतापूर्वक मैनेज किया

कैसे पंजाब टीम की मालकिन बनी प्रीति जिंटा


किसी भी बड़े बिजनेस में पैसा किसी और का लगा होता है और दिमाग किसी और का।

किसी भी बड़े स्टार्ट अप को देख लीजिए पैसा कोई और लगाता है और सामने कंपनी का फेस कोई और रहता है।

जिसे फ्लिपकार्ट में पैसा सॉफ्टबैंक का लगा हुआ था और चला रहे थे बंसल बंधु।

इसी तरह का काम हुआ था पंजाब की टीम को खरीदने में।

जब आईपीएल शुरू हुआ तो प्रीति जिंटा के बॉय फ्रेंड थे नेस वाडिया और ये बहुत बड़े बिजनेस घराने से थे।

ये बॉम्बे बुमराह के एमडी थे और वाडिया परिवार से थे।

इन्होंने प्रीति जिंटा के साथ मिलकर डाबर कंपनी के मालिक मोहित बर्मन के सामने आईपीएल टीम खरीदने का प्रस्ताव रखा।

शुरू में थोड़ी आनाकानी के बाद ये पंजाब टीम में निवेश करने को तैयार हो गए।

प्रीति जिंटा ने इसके लिए काफी मेहनत की और वह बीसीसीआई ऑफिस में जानें से लेकर अपने वित्तीय सलाहकारों के साथ बैठ कर दिन रात इसके लिए तैयारी करतीं।

नीलामी के समय प्रीति जिंटा ने 350 करोड़ रुपए में आईपीएल की पंजाब टीम खरीद ली।

अब सबसे बड़ा मुद्दा ये था की इतनी बड़ी रकम कहां से दी जाए।

इसके लिए नेस वाडिया ने 23% की हिस्सेदारी खरीदी और मोहित बर्मन और उनके कजिन गौरव बर्मन ने 46% की हिस्सेदारी खरीदी।

प्रीति जिंटा ने 23% हिस्सेदारी अपने पास रखी और बची हुई स्टेक को एपीजे ग्रुप के एमडी करन पॉल ने खरीदा।

इस तरह से 350 करोड़ रुपए बीसीसीआई को दिए गए।

आपस में यह तय हुआ की प्रीति जिंटा ही पंजाब की टीम का सब कुछ संभालेंगी।

शुरु में तीन साल पंजाब की टीम लगातार नुकसान में रही लेकिन प्रीति जिंटा के विश्वास के कारण सारे इन्वेस्टर साथ में बने रहे।

3 साल के बाद पंजाब की फ्रेंचाइजी मुनाफे में आनी शुरू हुई और आज तक मुनाफे में है।

प्रीति जिंटा के 23% शेयर की कीमत आज के दिन लगभग 800 करोड़ रुपए है।

इस तरह प्रीति जिंटा ने पंजाब की पूरी टीम को संभाले रखा और मुनाफे में ले आईं।

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